रेखा, बॉलीवुड की मशहूर अदाकारा, का नाम हमेशा विवादों और दुखद प्रेम कहानियों से जुड़ा रहा है। अपने करियर की बुलंदियों पर पहुंचने के बावजूद, रेखा का निजी जीवन कभी खुशहाल नहीं रहा। उनकी पहली मोहब्बत, अमिताभ बच्चन के साथ थी, जो एक अधूरी कहानी बनकर रह गई। बाद में उनकी शादी भी असफल रही, जिसने उनके अकेलेपन को और बढ़ा दिया। रेखा की इस अनकही दास्तां में प्यार, दर्द, और संघर्ष का मिश्रण देखने को मिलता है।
अमिताभ और रेखा का रिश्ता
अमिताभ बच्चन और रेखा का रिश्ता बॉलीवुड के सबसे चर्चित अफेयर्स में से एक था। हालांकि, दोनों ने कभी इस रिश्ते को सार्वजनिक रूप से स्वीकार नहीं किया, लेकिन उनकी प्रेम कहानी ने उस दौर में कई लोगों की दिलचस्पी बटोरी। दोनों के बीच का यह रिश्ता फिल्म दो अंजाने के सेट पर 1976 में शुरू हुआ और धीरे-धीरे यह चर्चा का विषय बन गया। उस समय अमिताभ शादीशुदा थे और उनकी पत्नी जया बच्चन का भी फिल्म इंडस्ट्री में जाना-माना नाम था। इसके बावजूद, अमिताभ और रेखा के रिश्ते की खबरें आए दिन अखबारों में छपती रहीं।
जया बच्चन का दर्द और रेखा की सिन्दूर वाली एंट्री
रेखा और अमिताभ के रिश्ते ने और भी तूल पकड़ा जब रेखा ने ऋषि कपूर और नीतू सिंह की शादी में सिन्दूर और मंगलसूत्र पहनकर एंट्री ली। उनकी इस एंट्री ने सबको चौंका दिया और यह चर्चा होने लगी कि शायद रेखा ने अमिताभ से गुपचुप शादी कर ली है। इस शादी में रेखा और अमिताभ ने बातचीत भी की, जिससे जया बच्चन का दिल टूट गया। जया ने इस घटना के बाद रेखा को अपने घर बुलाकर साफ-साफ कह दिया कि वह कभी भी अमिताभ को नहीं छोड़ेंगी। इस घटना ने रेखा और अमिताभ के रिश्ते पर एक स्थायी विराम लगा दिया।
अमिताभ और रेखा की आखिरी फिल्म
अमिताभ और रेखा की आखिरी फिल्म सिलसिला थी, जिसमें जया बच्चन भी मुख्य भूमिका में थीं। यह फिल्म असल जिंदगी की घटनाओं को ही पर्दे पर दिखा रही थी, जिससे दर्शक इस कहानी को और करीब से महसूस कर सके। यश चोपड़ा के निर्देशन में बनी इस फिल्म में दिखाया गया कि पति आखिरकार अपनी पत्नी के पास लौट आता है। इस फिल्म के बाद, रेखा और अमिताभ ने कभी एक साथ काम नहीं किया। इस फिल्म ने उनके रिश्ते की अधूरी कहानी को हमेशा के लिए सिनेमा में कैद कर दिया।
रेखा की शादी का दुखद अंत
अमिताभ से दूर होने के बाद, रेखा ने दिल्ली के व्यवसायी मुकेश अग्रवाल से शादी की। यह रिश्ता भी रेखा के लिए खुशियां नहीं ला सका। कुछ ही महीनों में मुकेश ने आत्महत्या कर ली, जिससे रेखा की जिंदगी में और भी अंधेरा छा गया। मुकेश की मौत के बाद रेखा पर लोगों ने दोषारोपण करना शुरू कर दिया। इस घटना ने रेखा को एक विवादित शख्सियत बना दिया, और उनकी छवि पर गहरा असर पड़ा। रेखा ने इस दुख से खुद को निकालने की कोशिश की, लेकिन समाज का दबाव और आरोप हमेशा उनके साथ रहे।
अधूरी मोहब्बत का अकेला सफर
रेखा की जिंदगी की यह अधूरी मोहब्बत और अकेलेपन का सफर उनके प्रशंसकों के लिए एक दर्दभरी दास्तां बन गया है। उम्र के इस पड़ाव पर भी रेखा अकेले हैं और अपनी जिंदगी को अपने तरीके से जी रही हैं। बॉलीवुड की इस अदाकारा की यह कहानी उन लोगों के लिए एक मिसाल है, जो प्यार में हारकर भी अपनी पहचान बनाए रखते हैं।
रेखा की कहानी से ये बात साफ होती है कि प्रेम और दर्द जीवन का हिस्सा हैं, लेकिन इनसे उठकर आगे बढ़ना ही सच्चा साहस है।